Wednesday 26 September 2018

◆◆ DIPLOMA IN ELEMENTRY EDUCATION (प्राथमिक शिक्षा में डिप्लोमा)

डी.एएल .एड
■ प्राथमिक शिक्षा में डिप्लोमा (डी.एएल .एड) कार्यक्रम पूरे देश मे विभिन्न राज्यो के प्राथमिक और / उच्च प्राथमिक विद्यालयों में काम कर रहे विद्यालय के शिक्षक के लिए विशेष रूप से तैयार पैकेज है। इस प्रोग्राम को  अकादमिक विभाग NIOS द्वारा मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एम.एच.आर.डी) भारत सरकार की पहल पर NCF 2005, आरटीई 2009 और एनसीएफटीई 2010 को मुख्य रूप से ध्यान में रखते हुए इसे प्रोग्राम को विकसित किया गया है। इस प्रोग्राम का लक्ष्य शिक्षा और शिक्षण को अधिक प्रभावी बनाना हैं।

◆◆ डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एडुकेशन :-  N.I.O.S ने डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एडुकेशन (डी.एएल .एड) प्रोग्राम ओडीएल माध्यम में प्राथमिक स्तर पर वैसे शिक्षक के लिए विकसित और डिज़ाइन किया गया है, जो सर्विस में है लेकिन गैर-प्रशिक्षित है।
★ इसमे 10 पेपर होते है। ★ 9 महीनों के दो सेमेस्टर होते है। ★ प्रत्येक सेमेस्टर में 5 (पाँच) 5 (पांच) पेपर होते हैं।


Tuesday 25 September 2018

◆◆ पेट के रोग और भोजन

हमारे शरीर मे आमतौर पर होने वाले पेट रोग और उनके उपचार में दिया जाने वाले भोजन इस प्रकार है। हमारे भारत वर्ष में अधिकांश लोगों में यह समस्या आये दिन होते रहते है।
■ गैस्ट्राइटिस:- इस रोग में अमाशय की म्यूकस झिल्ली में सूजन हो जाती है, जो तीव्र अथवा काफी पुरानी हो सकती है। इसमें तीव्र सूजन वाले व्यक्ति को पेट दर्द , उल्टियां होने, भूख न लगने और पेट फूलने की शिकायते होने लगती है। ऐसा अटपटा भोजन ,अनियमित भोजन ,तनाव, अत्यधिक गर्म भोजन और अन्य कारणों से हो सकता है।
  ◆◆◆ ऐसे व्यक्तियों को तरल भोजन:- जैसे - ग्लूकोस का घोल, गर्म करके ठंडा किया हुआ दूध , खनिज -लवण का घोल,फलों का स्वच्छ रस इत्यादि देना चाहिए। भोजन को इक्कठा न देकर कई बार थोड़ा थोड़ा देना चाहिए। लगातार उल्टियाँ होने पर चिकित्सक शिरा अथार्त नस के द्वारा उचित घोल देते है। अमाशय की पुरानी सूजन में अधिक कैलोरी वाला, अधिक प्रोटीन युक्त भोजन, थोड़ी थोड़ी मात्रा में कई बार देते हैं। शराब ,कॉफ़ी, सिगरेट तम्बाकू,पान-मसाला आदि कभी भी नहीं दिया जाना चाहिए।( खान-पान में पहरेज के साथ विटामिन "बी" भी रोगी को चिकित्सक द्वारा दिया जाता है।
■ पेट मे जलन:- छाती के निचले तथा पेट के उपरी भाग में जलन ,आमाशय में अधिक अम्लस्राव तथा उसके भोजन नली में ऊपर लौटने से अथवा ह्रदय रोग से भी हो सकता है। जलन यदि अधिक अम्ल के कारण है ,तो भोजन थोड़ा-थोड़ा कई बार मे लेना चाहिए। एंडोस्कोपी विधि से जांच करने पर ऐसे कई मरीज़ में हर्निया भी मिलती है। ये रोगी प्रायः मोटे होते है। अतः इनको कम कैलोरी वाला भजन देते है। ऐसे लोगों को रात में सोते समय पलंग के सिरहाना ऊँचा रखना चाहिए और भोजन करते समय अधिक जल का सेवन नही करना चाहिए ताकि पेट एक साथ न भर जाए।
■■ पेप्टिक अल्सर:- आमाशय , छोटी आंत के ऊपरी भाग ( (ड्यूओडिनम) अथवा भोजन नली (इसोफेगस) के निचले भाग में बनने वाला घाव है, जिसका मुख्य लक्षण पेट के ऊपरी मध्य भाग में दर्द होता है। रोगियों को पेट मे जलन और खून की उल्टी भी हो सकती है।
◆◆◆◆ 🙅 ऐसे लोगों को भोजन शांत मन से , धीरे धीरे खूब चबाकर कर करना चाहिए। अधिक मिर्च वाले, और अधिक गर्म भोजन नही करे। 

Monday 17 September 2018

गेट एक्जॉम :- बेहतरीन भविष्य

◆◆ GATE : एक महत्वपूर्ण दरवाज़ा सफलता का है।
एक अखिल भारतीय परीक्षा गेट इंजीनियरी में स्नातक अभिरुचि परीक्षा(GATE) उम्मीदवारों को इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विभिन्न विषयों की पूर्ण दझता के लिए एक माध्यम है। गेट (GATE) भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) बैंगलोर द्वारा राष्ट्रीय समन्वय बोर्ड गेट (GATE) उच्च सिक्षा विभाग, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) भारत सरकार और सात भारतीय प्रौद्योगिकीसंस्थान (आईआईटी) की तरफ से आयोजित किया जाता है| इन आठ संस्थानों के पास गेट (GATE) परीक्षा आयोजित करने का एकमात्र अधिकार है|गेट (GATE) का मुख्य उदेश्य विद्यार्थियों की गुणवत्ता का परिक्षण करना और मुल्यांकन करना है, की क्या वे भारत के प्रिमियम संस्थानों में उच्चतर अध्ययन के लिए पात्र , या नही है| ज्ञात है कि गेट की परीक्षा (Gate Exam) में चार वर्षीय इंजीनियरिंग/टेक्नोलॉजी की बैचलर डिग्री (B.E./ B.Tech./ B.Pharm) वाले आवेदन कर सकते हैं.  आर्किटेक्चर में ग्रेजुएट भी गेट परीक्षा के लिए आवेदन करने के पात्र है।


गेट के लिए पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria for GATE)

1. B.E, B.tech, B.PHARMA इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी में स्नातक की डिग्री (चार साल बाद 10+2 या तीन साल बीएससी, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी में इंजीनियरिंग) और जो ऐसे कार्यक्रमों के अंतिम वर्ष में है|
◆2. बैचलर- आर्किटेक्चर में स्नातक की डिग्री (पांच साल की डिग्री) ◆ 3. बीएससी (रिसर्च) बीएस- साइंस में स्नातक की डिग्री (पोस्ट डिप्लोमा, चार साल बाद 10+2)4. प्रोफेसनल सोसायटी परीक्षा (बीई, बीटेक, बिएआर के समकक्ष) पेशेवर सोसायटी के बीई, बीटेक, बैच समकक्ष परीक्षाएं एमएचआरडी, यूपीएससी, एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त जैसे- एएमआईई, इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया एएमआईसीई) सिविल इंजिनियर्स संस्थान भारत ◆5. एमएससी, एमए, एमसीए या या समकक्ष- विज्ञान, गणित, साख्यिकी, कंप्यूटर अनुप्रयोग या समकक्षों की किसी भी शाखा से मास्टर की डिग्री|◆6. इंटर एमई, एमटेक (पोस्ट बीएससी)- इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी में पोस्ट बीएससी एकीकृत मास्टर डिग्री प्रोग्राम (चार साल का कार्यक्रम)
गेट परीक्षा के दौरान आपको तीन घण्टे की समय अवधि दी जाती है, जिसमें कुल 65 प्रश्‍न होते हैं और अधिकतम 100 अंक होते हैं। अब गेट एग्जाम ऑनलाइन (Online) होते है, इसमें आपसे दो तरह के प्रश्‍न पूछे जाते हैं। एक में चार विकल्प होते हैं, जिसमें से एक का चुनाव करना होता है तथा दूसरे तरह के प्रश्‍न में किसी संख्या के रूप में जवाब देना होता है। तीन घंटे पूरे होते ही कंप्यूटर स्क्रीन बंद हो जाती है और पेपर खत्म हो जाता है।
गेट परीक्षा की तैयारी उसी सब्‍जेक्‍ट से करें, जिससे आपने ग्रेजुएशन के समय पढाई की थी।
◆◆◆ तैयारी के तरीके ◆◆◆
मॉक टेस्ट निरंतर अवधि पर देते रहे:-मॉक (Mock) टेस्ट की प्रैक्टिस -◆◆मोक टेस्ट की तैयारी आप दो तरीके से कर सकते है। एक आप खुद से रोजाना तैयारी कर सकते है, दूसरा ऑनलाइन मोक टेस्ट दे सकते है।◆मोक टेस्ट देने से आपके प्रदर्शन में सुधार आएगा. इसमें आपको पताचलेगा कि किस सवाल में आप कितना समय ले रहे है, और कितने जबाब सही निकालते है।◆टाइमटेबल में ऐसे विषय पहले रखें जो सरल और जरुरी है।एक विषय को पूरा करने को एक के बाद एक टॉपिक को पढ़ें।◆टॉपिक पढ़ते समय साथ में ही रिवीजन नोट्स बनाते जाएँ, जिसमें मुख्य परिभाषा, फार्मूला आदि लिखते जाएँ।◆सभी टॉपिक पढने के बाद टॉपिक के अनुसार पिछले सालों के गेट के पेपर को बनाये और अपनी योग्यता का आकलन स्वयं करें।◆◆ रिविशन करते समय विस्तार से नोट्स बनाये , अन्तराल पर उसका अध्ययन भी करे।◆◆ रोजाना रिविशन भी करे और प्रैक्टिस सेट भी बनाये और जिस विषय मे कमज़ोर है उसका अध्ययन विस्तार से करे।◆◆ हर एक विषय का दो या तीन किताब रखे और उसका तर्कपूर्ण गहराई से विषय वस्तु की समीक्षा करे।
  • बेस्ट ऑफ लक 

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 इंजन स्टार्ट होते ही मेन बैंक सापट के गियर से चाल लेकर Auxiliary जनरेटर का आमेचर घूमना शुरू कर देता है जो स्वंय के बनाये गये करन्ट से इसकी ...