आँखों का समस्याए :- हमारे जीवन में आंखो का एक महत्वपूर्ण स्थान है ! आंखे हमारे लिए ईश्वर की अनुपम देन है ! आंखे तन और मन दोनों का आएना है ! आँखों की पतन में OXYDATIVE दवाब बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है ! कुपोषण ,धुँआ ,प्रदुषण ,मधुमेह ,आनुवांशिक कारण आँखों की समस्याओं की महत्वपूर्ण कारक है! आँखों के बिना हम सुख -दुःख ,दिन -रात ,धुप-छाँव और किसी भी मौसम का अनुभव नहीं कर सकते है ! आँखों की निम्नलिखित समस्याए होती है!
कन्जक्टीवाईटीस (लाल आँख होना ) :- यह एक संक्रामक बिमारी है ! जिसमे एक या दोनो आंखें लाल हो जाती है और उनमें खुजली होने लगती है तथा संक्रमित आँख से काँचीं निकलती है यह सम्स्या लगभग 10-14 दिनों मे समाप्त हो जाती हैं !
ग़्लुकोमा (GLAUCOMA) :-इसे तिमिर भी कहते हैं आँखों मे द्रव्य का दबाव बदने से तंत्रिका के रेशे छत्रिग्रस्त हो जाती हैं ! आँखों पर द्रव्य का दवाब बढ़ जाता हैं और आंखें कि रौशनी कम होने लगती हैं ! तंत्रिका के रेशे के दवाब से आँखे के पीछे चले जाते है और Retina पर फैल जाते हैं शुरु मे निकट कि दॄष्टि जाती है यदि Pressure Normal हो तो इस condition को बदला जा सकता है
अन्य दशा मे अचानक दर्द होता है आंखें धुंद्लि और लाल हो जाती है छूने पर आंख दर्द करती हैं इसे CLOSED ANGLE GLAUCOMA कहते हैं! ते़जी सें बढ़े दवाब से हुए नुकसान को बदला नही जा सकता हैं ! यह अधिकांश उम्रदराज लोगो को होती हैं !
मोतिआबिंद (CATARACT) :- इसे आनघ्य भी कहा जाता है ! इसमें आँख की आंतरिक लेंस धुँधला हो जाता हैं ! इसमे नज़र धुँधली हो जाती है दुर की वस्तु स्पस्ट नहीं दिखती हैं! आंतरिक लेंस अपनीं (viscosity) पारदर्शिता खत्म हो जाती है तो वह पीला हो जाती हैं ! और आंखें नीला रंग नहीं पहचान पाती हैं !
कन्जक्टीवाईटीस (लाल आँख होना ) :- यह एक संक्रामक बिमारी है ! जिसमे एक या दोनो आंखें लाल हो जाती है और उनमें खुजली होने लगती है तथा संक्रमित आँख से काँचीं निकलती है यह सम्स्या लगभग 10-14 दिनों मे समाप्त हो जाती हैं !
ग़्लुकोमा (GLAUCOMA) :-इसे तिमिर भी कहते हैं आँखों मे द्रव्य का दबाव बदने से तंत्रिका के रेशे छत्रिग्रस्त हो जाती हैं ! आँखों पर द्रव्य का दवाब बढ़ जाता हैं और आंखें कि रौशनी कम होने लगती हैं ! तंत्रिका के रेशे के दवाब से आँखे के पीछे चले जाते है और Retina पर फैल जाते हैं शुरु मे निकट कि दॄष्टि जाती है यदि Pressure Normal हो तो इस condition को बदला जा सकता है
अन्य दशा मे अचानक दर्द होता है आंखें धुंद्लि और लाल हो जाती है छूने पर आंख दर्द करती हैं इसे CLOSED ANGLE GLAUCOMA कहते हैं! ते़जी सें बढ़े दवाब से हुए नुकसान को बदला नही जा सकता हैं ! यह अधिकांश उम्रदराज लोगो को होती हैं !
मोतिआबिंद (CATARACT) :- इसे आनघ्य भी कहा जाता है ! इसमें आँख की आंतरिक लेंस धुँधला हो जाता हैं ! इसमे नज़र धुँधली हो जाती है दुर की वस्तु स्पस्ट नहीं दिखती हैं! आंतरिक लेंस अपनीं (viscosity) पारदर्शिता खत्म हो जाती है तो वह पीला हो जाती हैं ! और आंखें नीला रंग नहीं पहचान पाती हैं !
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