इलेक्ट्रिक लीक में तीन छोटे मेन कंप्रेशर HCP(14 H.P) या दो बड़े MCP (27.5 H.P) लगे रह सकते है। DJ बंद करने पर , BLCP 'ON' करने के बाद HCP के पोजीशन के अनुसार मेन कंप्रेशर (MCP) कार्य करने लगते है। तीन छोटे MCP उपलब्ध रहने से कोई दो MCP को एक साथ चलाया जा सकता है।लेकिन बड़े MCP को अकेले चलाया जाता है। छोटे MCP की क्षमता 1000 लीटर प्रति मिनट है। तथा बड़े MCP की क्षमता 2000 लीटर प्रति मिनट है।
WAP-4 लोको में कुल पाँच MR (मेन रिजर्वायर) होते है और 1000 लीटर प्रति मिनट की क्षमता वाले CP की संख्या कुल दो होती है। WAG-7 लोको में कुल चार MR होते हैं और CP(कंप्रेशर) की संख्या दो या तीन हो सकती है।
WAP-4 लोको में प्रत्येक MR की क्षमता 150 लीटर होती है, परन्तु MR-3 क्षमता 203 लीटर होती है।
WAG-7 लोको में प्रत्येक MR की क्षमता 150 लीटर होती हैं।
MCP(मेन कंप्रेशर) के के कार्य करने पर कंप्रेस्ड एयर , AFTER COOLER एवं CDC-1 से होते हुए MR-1 एवं MR-2 में जाती है।
प्रत्येक CP के डिलीवरी पाइप के साथ एक HPSS (हाई प्रेसर सेफ्टी वाल्व) तथा अनलोडर सेफ्टी वाल्व (VEUL) लगा है। HPSS-1 की सेटिंग्स 11.5 Kg/cm` होती हैं। अनलोडर मैगनेट वाल्व के साथ एक आईसोलटिंग कॉक भी लगा रहता है।
MR-1/आफ्टर कूलर तथा MR-2 में उपस्थित नमी को बाहर निकालने के लिए एक ऑटो ड्रेन वाल्व लगा होता है। इसका नियंत्रण एक इलेक्ट्रो न्यूमैटिक वाल्व के द्वारा होता हैं। जिसे VEAD कहते है। RGCP के कट आउट पोजीशन पर VEAD एनेरज़ाइएज़ होता हैं और कट इन पोजीशन पर डी एनेरज़ाइएज़ होता है। VEAD के एनेरज़ाइएज़ होने से ऑटो ड्रेन वाल्व ऑपरेट होकर MR-1, आफ्टर कूलर तथा MR,-2 की नमी को बाहर निकाल देता है। RGCP कट आउट पोजीशन पर CP के कॉन्टैक्टर खुले रहते हैं। जिससे Q119 रिले एनेरज़ाइएज़ होकर VEUL के एग्जॉस्ट पोर्ट को खोल देता है। जिसे CP हेड तथा नॉन रिटर्न् वाल्व के बीच की हवा बाहर निकल जाती है। और CP ऑफ लोड में आसानी से स्टार्ट हो जाती है। VEAD वाल्व तथा RGCP दोनो के साथ एक एक आएसोलेटिंग कॉक लगा होता है।
WAP-4 लोको में प्रत्येक MR की क्षमता 150 लीटर होती है, परन्तु MR-3 क्षमता 203 लीटर होती है।
WAG-7 लोको में प्रत्येक MR की क्षमता 150 लीटर होती हैं।
MCP(मेन कंप्रेशर) के के कार्य करने पर कंप्रेस्ड एयर , AFTER COOLER एवं CDC-1 से होते हुए MR-1 एवं MR-2 में जाती है।
प्रत्येक CP के डिलीवरी पाइप के साथ एक HPSS (हाई प्रेसर सेफ्टी वाल्व) तथा अनलोडर सेफ्टी वाल्व (VEUL) लगा है। HPSS-1 की सेटिंग्स 11.5 Kg/cm` होती हैं। अनलोडर मैगनेट वाल्व के साथ एक आईसोलटिंग कॉक भी लगा रहता है।
MR-1/आफ्टर कूलर तथा MR-2 में उपस्थित नमी को बाहर निकालने के लिए एक ऑटो ड्रेन वाल्व लगा होता है। इसका नियंत्रण एक इलेक्ट्रो न्यूमैटिक वाल्व के द्वारा होता हैं। जिसे VEAD कहते है। RGCP के कट आउट पोजीशन पर VEAD एनेरज़ाइएज़ होता हैं और कट इन पोजीशन पर डी एनेरज़ाइएज़ होता है। VEAD के एनेरज़ाइएज़ होने से ऑटो ड्रेन वाल्व ऑपरेट होकर MR-1, आफ्टर कूलर तथा MR,-2 की नमी को बाहर निकाल देता है। RGCP कट आउट पोजीशन पर CP के कॉन्टैक्टर खुले रहते हैं। जिससे Q119 रिले एनेरज़ाइएज़ होकर VEUL के एग्जॉस्ट पोर्ट को खोल देता है। जिसे CP हेड तथा नॉन रिटर्न् वाल्व के बीच की हवा बाहर निकल जाती है। और CP ऑफ लोड में आसानी से स्टार्ट हो जाती है। VEAD वाल्व तथा RGCP दोनो के साथ एक एक आएसोलेटिंग कॉक लगा होता है।
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